Wednesday, 3 January 2018

जय हो - उत्तराखंड



जय हो केदारा , जय हो मानस खंड 
जय जय जय हो म्यर उत्तराखण्ड।  

तपोभूमि तू , देवभूमि तू , 
तू छे शिवजी कौ कैलाशा।  

गंगा यमुना त्येरी चेलियाँ ,
कण कण मी भगवानो वासा।  

जय हो केदारा , जय हो मानस खंड 
जय जय जय हो म्यर उत्तराखण्ड।  

गढ़वाल और कुमाऊं त्यारा द्वी हाथा , 
भाभर छू अन्न कौ भकारा।  

बद्री तू , केदार ज्यू तू , 
नंदादेवी छू मुकुटौ हिमाला।  

जय हो केदारा , जय हो मानस खंड 
जय जय जय हो म्यर उत्तराखण्ड।  

हरिद्वार तू , पार्वती को सरासा 
ऋषियों की तपोभूमि , तू छै शिवज्यू का वासा। 

वीरो की कर्मभूमि , शेणियो कौ सम्माना ,
करणी आज तुकै त्यार- नानतिन प्रणामा।  

जय हो केदारा , जय हो मानस खंड 
जय जय जय हो म्यर उत्तराखण्ड।  

No comments:

Post a Comment

बजर पड़ गौ

सरकारेक फ्री राशन बट्टी ,  पहाड़ों मी खेती कू बजर पड़ गौ।   हाथ -हाथ मी मोबाइल ,  काम धंध मी बजर पड़ गौ।   साग पात ,फल फूल उजड़ गयी ,  बानर हेगी...