Friday 8 November 2019

उत्तराखंड स्थापना दिवस -9 नवम्बर


हमें चाहिए था अपना राज्य , 
ताकि कदमताल कर सके , 
देश के विकास  की गति में , 
हम भी अपना योगदान दे सके।  

उपेक्षा हुई बार बार , 
मैदानों से अलग थे पहाड़ , 
भूगोल ऊँचा नीचा था , 
कुदरत की थी ये मार।  

फिर ठाना जो होगा देखा जायेगा , 
अब किसी का मुँह नहीं ताका जायेगा , 
अपने हिस्से की लड़ाई खुद लड़ेंगे , 
अपना " राज्य " लेकर ही दम लेंगे।  

संघर्ष हुआ अपार ,  
खुद के वजूद के लिए 
हर जन हुआ भागीदार , 
रीत गए कई हजार।  

9 नवम्बर 2000 की बेला आयी , 
पहाड़ो ने ली एक नयी अंगड़ाई , 
अपने राज्य का सपना हुआ साकार , 
सबने मिलकर खुशियाँ मनाई।  

नए सपने , नयी उम्मीदें 
पहाड़ो में जैसे नई जान आयी , 
घिसट , लुढ़क कर धीरे धीरे , 
अब पैरो पर खड़े होने की बारी आयी।  


अब बाल्यावस्था से जवानी की , 
दहलीज पर पहुँचने की सबको बधाई, 
उठो , जागो , स्वार्थ छोडो अब , 
नव उत्तराखंड बनाने की बारी आई।  

जोशीमठ

  दरारें , गवाह है , हमारे लालच की , दरारें , सबूत है , हमारे कर्मों की , दरारें , प्रतीक है , हमारे स्वार्थ की , दरारें ...