Saturday, 6 January 2018

हिटो ददा भूली , हिटो भे -बेणियओ


हिटो ददा भूली , हिटो भे -बेणियओ- पहाड़ बुलौनी !
नौव ठण्ड पाणी , बांज बूझाणी - सब धात लगौनी !!

पौरो  की बखई, धार मी कौ घाम - सब तरसनि !
गद्दुआ का झाल , उ भट्टाक डुबुक - तुमर राह देखणी !!

आलूक गुटुक - काकड़ फूलुन - तुमकू बुलौनी !
का छा रे नान्तिनो - गोल्ज्यू और गंगनाथ ज्यूँ बुलौनी !!

आमेक बुबु फसक - गुड़ कटक चाह -धरिये रौनी !
आपण नान्तिनो लीजि पहाड़ आंस बहूनि !!

उजाड़ गौव , शुद्ध हाव -पाणी, हरी भरी जंगाव !
कबे बट्टी तुमौर राह देखनि !!

ए , जाओ रे म्यर नान्तिनो !
धार मी बट्टी म्यर पहाड़ा आवाज लगौनि !! 

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जोशीमठ

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