Friday, 29 December 2017

नई साल मुबारक ह जो


दाज्यू , भुला, ओ बेणी , कका
पुराण साल लहगो, नयी साल एगो।

जी रैया , जाग रैया ,
नयी साल मी खूब खुश रैया ,
जस ले छी ,
पुराण साल लहगो ,
एगो नयी साल अब ,
आपुण लोगो कू भेंट रैया।

बाल गोपाल सब भल है रैया ,
आपुण घरो ठुलो तुम ख्याल धरिया ,
गोठ बट्टी भेतर तक ,
खूब फलिया -फूलिया।

दाज्यू , भुला, ओ बेणी , कका
पुराण साल लहगो, नयी साल एगो।

डबलू बरसात है जो ,
घर तुम्हेर लैंटर वाल हेजो ,
भकार तुम्हार अन्न भरी जो ,
सबु तबियत ठीक है जो।

गोल्ज्यू आशीष है रो ,
बढ़ बट्टी बान तक हरिये रो ,
तुम्हर मुख में हमेशा ,ख़ुशी  रे जो,
नानतिन तुम्हार खूब होशियार हे जो 

दाज्यू , भुला, ओ बेणी , कका
पुराण साल लहगो, नयी साल एगो।

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