Monday, 30 April 2018

गर्मी ऐगे दाज्यू , अब तो हिटो पहाड़



गर्मी ऐगे दाज्यू , अब तो हिटो पहाड़ 
देवदार बोठो शौ , बांझक जाडू ठंड पाणी 
प्लुम , खुमानी , काफो - खे जाओ , 
आओ , सब यो गर्मी मी , 
आपुण आपुण द्वार खोल जाओ।  

मैदार ठंड हाव चली रे , 
चाड पिटूंग करनी ची चीटाट,
राति ब्याऊ ठंड छू , 
स्वागत करनी यो पहाड़।  

गर्मी ऐगे दाज्यू , अब तो हिटो पहाड़ 
खोल जाओ अब आपुण आपुन घरेक द्वार 
द्याप्तो पूज कर जाओ , 
धर जाओ कराण , 
रक्षा कराल तुमार कुल द्यापत , 
आपुण बच्चो कू ले दिखाओ आपुण जड़ , 
आओ , ए जाओ यो गर्मी पहाड़।  

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