लहगो रंगील फागुणा ,
होई बग गी गाढ़ा ,
अब एगो बसंत देखो ,
एगो चैतेक म्हणा।
मुरुली बाजी ऊँचा डाना ,
हिया लागो उदासा ,
घुघति अब घुराण फेगे ,
कब आला म्यार सुआ तुम पहाड़ा ।
बुरुशी अब खिलड़ फेगे ,
कब आलो फूलदेई त्यारा ,
घर घर जुना सब ,
माँगन सबु कुसाबाता।
चुन चुन बेर फूल ल्यूना ,
सबु देई चढूना ,
आशीष दिया हो द्याप्तो ,
म्यार गौव - गाड़ हरी भरी धरिया।
चुन चुन बेर फूल ल्यूना ,
सबु देई चढूना ,
आशीष दिया हो द्याप्तो ,
म्यार गौव - गाड़ हरी भरी धरिया।
भिटोली आली अब मैत बट्टी ,
आल भे बेण म्यार मुख धी ,
सबकु भौल धरिया हो गोल्ज्यू ,
अर्ज़ छू म्यर तुम्हो धी।
Fooldei is a beautiful local festival
ReplyDelete