Friday, 23 February 2018

कुमाउनी महिला होली ( स्वरचित )



बलम छोड़ दियो यो फेरा शराब , 
छोडो त्यौ सौतन शराबौ साथ, 
यौ होईया मी फोड़ दियो बोतल , 
खाओ कसम म्येरि आज।  

फ़ागुणेक  मस्त बयार बही,
मौसमक हेगो मस्त मिजाज , 
चलो होली खेलुनु , 
लगाओ आज अबीर गुलाल।  

रंगेल रंगये दियो म्यूकि आज , 
एगो फागुणेक मेहँ , 
कबे बट्टी छी येक इंतजार , 
आओ खूब होई खेलुनु , 
बजर पड़ी जो तुम्हेर शराब।  

रंग लगे दियो यौस आज , 
नि छुटटो फिर यो कभेले , 
तन मन हरेश है जो , 
तुम्हौर छूट जो शराब।  



फोटो  साभार - गूगल 



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