हो , हो ,हो
जय हो भूमिया देवो ,
जय जय हो कुल देवा ,
बचे बे धरिया सबकु
हम छा तुम्हौर शरणा।
हो , हो , हो ,हो
सब जन खुश धरिया ,
नान्तिनो कु आशीष दिया ,
बुड -बाढ़ी क्यू ठीक रखिया ,
गोठ बट्टी भतेर तक ,
आपुण कृपा धरिया।
हो , हो , हो ,हो
चीर चढ्नु आज तुम्ही कौ ,
मांगनू इजाजत होई खेलुनु ,
अबीर गुलाल आज चढ्नु,
गौव पर आपुण आशीष धारिया।
No comments:
Post a Comment