हिटो दाज्यू , भुला - होई एगी
मस्त मौसम हेगो , होई एगी।
भूमिया थान बट्टी , होई शुरू हाल
फिर पुरा गौव मी हर देइ मी होई जाल।
अबीर , गुलाल खूब उड़औल,
ठाड़ होईया दिगे बैठ होइयाँ हाल।
होई तो पहाड़ो में हुनी ,
चार पांच दिन खूब मस्त हुनि।
बोजियो भली के रैया ,
होई खेलु तुम्हार देवर तैयार हेगी।
बोजियो भली के रैया ,
होई खेलु तुम्हार देवर तैयार हेगी।
ढ़लुके थाप हेलि , मंझीर झंकार ,
होइयार फागेक तान छेडाल ,
और होईया गाल ,
"आइयो शहर से व्यापारी " ।
सौंप , पान , सुपारी , गुड़ खरीद लिहो ,
जल्दी ऊनी छीन तुम्हौर घर होइयार।
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