बुराँश के फूल , पहाड़ों की कहानियाँ है। सुःख है , दुःख है। रीति - रिवाज है और बहुत सारा पहाड़ है। पढ़ियेगा , किताब अमेज़न पर उपलब्ध है।
भौते मुश्किल हू पधान चुनेण मी , नानू -नान गौव म्हे ठाण है जानि पाँच , क्वे बिरादर , क्वे रिश्तेदार , क्वे ठुल , क्वे कका , क्वे नान , वो...
No comments:
Post a Comment