Friday, 5 April 2019

दाज्यू , आपुण पहाड़ देख जाओ।



गर्मी एगे दाज्यू ,
अब ए जाओ पहाड़ ,
ठंडी हवा ,
ठंडो पाणी ,
खोल जाओ ,
आपुण घराक द्वार। 

गौव -गाढ़ भेट जाओ,
दव्याप्त आपुण पूज जाओ ,
काफो - हिसाव खे जाओ ,
नान्तिनुकू पहाड़ दिखे जाओ,
शहरो मी ताती जाला ,
यौ गर्मी पहाड़ काटी जाओ। 

गौव -गौव उजाड़ हेगी ,
ज्यादातर घरकु ताई लटक गी ,
खौव मी दूब जामगो ,
मंदिर मी दीय  जगाई म्हणो हेगो,
कुछ दिन ऐ जाओ ,
दाज्यू , आपुण पहाड़ देख जाओ। 


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