इजेक फिक्र
कभे कम नि हून ,
नानतिन ठुल
ले हेगया ,
देश या परदेस
,
लाढ़ कभे कम
नि हून।
आपुण पेट
काट बेर ,
नानतिन पाई
भायी ,
नजर नि लागो
केकी ,
कदूक जतन
करि भायी।
आईले , ईज
दिन रात प्रार्थना करुँ
नानतिन जाले
रौ ,
हँसी ख़ुशी
रौ ,
दुःख उनौर
नजदीक नी ओ।
इजोक दिल
कभे झन दुखाया ,
वी हभे ठुल
पाप के नेह ,
भगवानोक अवतार
छू ऊ ,
ईज हभे क्वो
ठुल नेह।
कुमाउँनी
शब्द और उनके हिंदी अर्थ
( नेह - नहीं
, ईजा - माता जी , नानतिन - बच्चे , क्वो- कोई , लाढ़ - प्यार और स्नेह , कभे - कभी
भी , ठुल - बड़ा , उनौर- उनके, कदूक- बहुत
)
Very nice
ReplyDeleteBahut achchi poem likhi hai mehra ji
ReplyDeleteSuperb sir
ReplyDeleteBhaute bhal bhula
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