ह्यू पड़ गो डाना-काना ,
सफ़ेद चद्दर जस बिछी गो ,
ग्वोर बाछ अरणी गी ,
यस ह्यून कू बजर पड़ी जो।
आगेक मुत्थि बैठण भौल लागि गो ,
बूढ़ बाड़ियाक बाई पीड़ फिर जाग गो ,
अड़कसे हेगो यौ फेरा दाज्यू ,
रम पी बेर ले ठंड लागि गो।
पाणी कलकलाट हेगो ,
सूखी लकाड़ोक धुआँठ हेगो ,
आण - काथ निमड़ गी अब,
अब तो जा ठण्डा , फागुन एगो।
( ह्यु - बर्फ , अरणी - ठंडा पड़ना , आण - काथ- पहेलियाँ , कहानी ; लकाड़ोक- लकड़ियां ; निमड़- ख़त्म होना )
भौते भल लिख रौ ददा😊
ReplyDelete🙏✍️✍️✍️ sundar.
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