बुराँश के फूल , पहाड़ों की कहानियाँ है। सुःख है , दुःख है। रीति - रिवाज है और बहुत सारा पहाड़ है। पढ़ियेगा , किताब अमेज़न पर उपलब्ध है।
पहाड़ सी ज़िन्दगी हो गयी , सब कुछ होते हुए भी कुछ न था , सब छोड़कर अकेले उसे , पहाड़ ही कर गए थे। जिद्दी अम्मा भी थी , कितना समझाया था उस...
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