Monday, 9 January 2023

जोशीमठ


 

दरारें ,

गवाह है ,

हमारे लालच की ,

दरारें ,

सबूत है ,

हमारे कर्मों की ,

दरारें ,

प्रतीक है ,

हमारे स्वार्थ की ,

दरारें ,

परिणाम है ,

प्रकृति से दुःसाहस की।

दरारें ,

सूचक है ,

हमारी बेलगाम प्रवृति की।

जोशीमठ ,

टूट रहा है,

रिस रहा है,

धँस रहा है,

रो रहा है ,

कौन सुने पीड़ा ,

जोशीमठ की,

जाने कल ,

किस पहाड़ की बारी।


- आनन्द मेहरा

ग्राम -कोटुली , पोस्ट - रणमण , अल्मोड़ा ( उत्तराखंड )

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